Most Repeat Rajasthan Geography GK. SET NO 5
SET NO 5 राजस्थान भूगोल के 500 महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर Rajasthan Geography 500 Important Question and Answer आप कुछ नहीं करे बस इन्हें रट तो भी आपका सलेक्शन हो सकता हे। हम यहां आप को उन प्रश्नो का सेट प्रदान कर रहे हे जो बहुत सी बार राजस्थान की और अन्य प्रतियोगी परीक्षा वो में पूछे जा चुके हे। अतः आप इन्हे रट ले।
SET NO 5
401 | रन/टाट क्षेत्र | पश्चिमी राजस्थान में वर्षा के पानी से बनी अस्थाई झीलों व दलदली भूमि |
402 | अरावली किस प्रकार की श्रृंखला | वलित पर्वत श्रृंखला |
403 | राजस्थान का वह जिला जिसका लिंगानुपात राजस्थान के लिंगानुपात के बराबर है | बारां (926) |
404 | राजस्थान का पंजाब | सांचौर (पंजाब) |
405 | अरावली का सर्वाधिक विस्तार | उदयपुर में |
406 | अरावली का न्यूनतम विस्तार | अजमेर में |
407 | प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय | माउन्ट आबू (सिरोही) |
408 | नाल | मध्यवर्ती अरावली श्रेणी में स्थित दर्रे व पहाड़ी मार्ग को कहते है। |
409 | नाली | घग्घर नदी के पाट को कहते है |
410 | माही नदी की कुल लम्बाई | 576 किमी. |
411 | मेवाड़ का हरिद्वार | मातृकुण्डियाँ |
412 | वाइट सिटी | उदयपुर |
413 | पार्वती नदी राजस्थान में कहाँ से प्रवेश करती है | करियाहट (बारां) |
414 | राजस्थान का प्रथम कृषि विज्ञान केंद्र | फतेहपुर (सीकर) |
415 | उदयपुर के दक्षिण-पश्चिम भाग का प्रवाहित पानी किस नदी के सहारे अरब सागर में गिरता है ? | साबरमती |
416 | मसूरदी नदी | कोठारी गाँव (जैसलमेर) से उद्गम, इसे काकनी/काकनेय नदी भी कहते है। |
417 | लूनी नदी अपना जल कहाँ उड़ेलती है ? | कच्छ का रण (गुजरात) |
418 | माही नदी अपना जल कहाँ उड़ेलती है | खम्भात की खाड़ी (गुजरात) |
419 | कोठारी नदी का उद्गम स्थान | दिवेर (राजसमन्द) |
420 | 1300 मीटर की ऊंचाई पर बसा नगर | माउन्ट आबू (सिरोही) |
421 | झालावाड़ किस नदी के किनारे बसा है | कलि सिंध |
422 | राजीव गाँधी सिद्ध मुख्य परियोजना | इससे हनुमानगढ़ (नोहर, भादरा) व चूरू (राजगढ़, तारागढ़) लाभान्वित हो रहे है। |
423 | कांठल की गंगा | माही नदी |
424 | माही नदी का उद्गम स्थल | धार (म.प्र.) में सरदारपुरा के निकट विन्ध्याचल की पहाड़ियों में मेहद झील से। |
425 | गागरोन किन नदियों पर | कलि सिंध व आहू नदियों के संगम पर (झालावाड़ में) |
426 | चाँदी के 2744 पंचमार्क सिक्के कहाँ से मिले ? | मुरारा (सीकर) |
427 | वन की आशा | बनास |
428 | किस नदी का बहाव क्षेत्र तरोवती कहलाता है ? | कांतली नदी (सीकर) |
429 | डूंगरपुर व बाँसवाड़ा के बीच जलीय सीमा बनाने वाली नदी | माही |
430 | सेवण का स्थानीय नाम | लिलोण |
431 | गोड़ावण का वैज्ञानिक नाम | क्रायोटीस नाइग्रीसैप्स |
432 | मुंडीयावास (ताम्बा) | अलवर |
433 | अमेरिका की अप्लेशियन पहाड़ी की तुलना राजस्थान की किस पहाड़ी से की है | अरावली |
434 | उदयसागर झील के पश्चात किस नदी का नाम बैड़च हो जाता है ? | आयड़ |
435 | घग्घर नदी का उद्गम स्थान | शिवालिक की पहाड़ियाँ (हिमाचल प्रदेश) |
436 | माही बजाज सागर बांध | बोरखेड़ा गाँव (बाँसवाड़ा) |
437 | सर्वाधिक ऊँचाई पर स्थित झील | नक्की झील (माउन्ट आबू) |
438 | राष्ट्रिय राजमार्गो की राज्य में लम्बाई | 5722 किमी. |
439 | आसीन्द (भीलवाड़ा) किस नदी के किनारे | खारी |
440 | लूनी नदी की कुल लम्बाई | 330 किमी. |
441 | गंभीरी, गुजरी व वागन किसकी सहायक नदियाँ है | बैड़च |
442 | प्रथम नगरपालिका | 1864 ई. माउन्ट आबू |
443 | नागौरी उच्चभूमि | सांभर, डीडवाना, नावां, कुचामन आदि खरे पानी की झीलें |
444 | भरतपुर क्षेत्र की पहाड़ी में सबसे ऊँची चोटी | अलीपुर पहाड़ी |
445 | चित्तोडगढ़ किस नदी के किनारे | बैड़च नदी (परन्तु चित्तोडगढ़ में बहने वाली प्रमुख नदी गंभीरी नदी है) |
446 | चम्बल नदी का उद्गम | जानापाव पहाड़ी (म.प्र.) |
447 | मनोहर थाना का किला किन नदियों के संगम पर | परवन व काली खाड़ नदियों के संगम पर (झालावाड़) |
448 | टॉड रॉक , नॉन रॉक कहाँ है | माउन्ट आबू (सिरोही) |
449 | भोराठ के पठार के पूर्व में दक्षिणी सिरे का पर्वत स्कंध किसके बीच एक जल विभाजक का कार्य करता है | अरबसागर व बंगाल की खाड़ी के मध्य |
450 | पीडमान्ट मैदान | अरावली श्रेणी में देवगढ़ (राजसमन्द) के समीप स्थित पृथक निर्जन पहाड़ियाँ, जिनके उच्च भू-भाग ढीलेनुमा है। |
451 | चम्बल नदी का अपने प्रवाह क्षेत्र में दक्षिण से उत्तर की ओर बहने का कारण | कोटा व झालावाड़ में मुकुन्दवाड़ा की पहाड़ी का ढलान दक्षिण से उत्तर की ओर होने के कारण |
452 | दक्षिण-पूर्वी पठारी प्रदेश के अन्य नाम | हाड़ोती का पठार/लावा का पठार |
453 | पश्चिम बनास का उद्गम | नया सानवारा गाँव (सिरोही) |
454 | राजस्थान की एकमात्र नदी जो अन्तर्राज्यीय सीमा बनाती है ? | चम्बल नदी (राजस्थान व म.प्र. के बीच) |
455 | कुराल नदी का उद्गम | उपरमाल का पठार (भीलवाड़ा) |
456 | वाटर सफारी से सम्बंधित नदी | चम्बल |
457 | मेंथा, रूपनगढ़ खारी खण्डेल अपना जल कहाँ उड़ेलती है ? | सांभर झील |
458 | राजस्थान के कुल नदी प्रवाह का कितना प्रतिशत क्षेत्र आन्तरिक जल प्रवाह के अंतर्गत | 60.5% लगभग |
459 | किस नदी में सतही जल सर्वाधिक उपलब्ध | चम्बल नदी |
460 | मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बनाये रखने के लिए | गोबर व हरी खाद/जैविक खाद का उपयोग |
461 | राजाड़ परियोजना | चम्बल क्षेत्र सेम समस्या के निराकरण हेतु |
462 | सांभर झील की लम्बाई | 32 किमी. लगभग |
463 | राज्य के कुल क्षेत्रफल में वनों का प्रतिशत | 9.57% लगभग |
464 | 1935 ई. में कौन से रियासत ने सर्वप्रथम वन अधिनियम बनाया ? | अलवर |
465 | लवणीय/क्षारीय मिट्टियों हेतु उपयुक्त उर्वरक | अमोनियम सल्फेट |
466 | सर्वाधिक आरक्षित वन | उदयपुर |
467 | सर्वाधिक सुरक्षित वन | बारां (सर्वाधिक अवर्गीकृत वन श्रीगंगानगर) |
468 | फ़ॉस्फो-जिप्सम से पोधों को कौन से पोषक तत्व प्राप्त होते है ? | गंधक व कैल्शियम |
469 | सिलीसेढ़ झील | अलवर, विनयसिंह ने बनवाई |
470 | जिस मृदा में कोई पोधे नहीं उगते | ऊसर मृदा |
471 | लूनी बेसिन की मिट्टी | भूरी दोमट मिट्टी |
472 | जलमग्नता से उत्पन्न समस्या | सेम समस्या |
473 | जल में किसकी अधिकता से मिट्टी क्षारीय हो जाती है ? | सोडियम कार्बोनेट |
474 | फॉय सागर | अजमेर में, इंजिनियर फॉय द्वारा निर्मित |
475 | गागरोनी तोते | दर्रा अभ्यारण्य (कोटा), तथा झालावाड़ जिले में |
476 | चम्बल और माही बेसिन में पाई जाने वाली मिट्टी | काली मटियार दोमट मिट्टी |
477 | अक्षांश व देशांतर रेखाओं के हिसाब से सांभर झील की स्थिति | 27° से 29° उत्तरी अक्षांश से 74° से 75° पूर्वी देशांतर के मध्य |
478 | देश की कुल व्यर्थ भूमि का राजस्थान में प्रतिशत | 20 % |
479 | चना मंडी | हनुमानगढ़ |
480 | मुल्तानी मिट्टी | बीकानेर व बाड़मेर |
481 | नवलखाँ झील | बूंदी |
482 | सुजान गंगा झील | भरतपुर, सूरजमल जाट द्वारा निर्मित |
483 | अर्द्ध शुष्क प्रदेश की वनस्पति | स्टेपी |
484 | अति-आर्द्र प्रदेश की वनस्पति | मानसूनी सवाना |
485 | भारतीय मौसम विभाग की वैधशाला | जयपुर |
486 | पश्चिमी राजस्थान में किन मानसूनों से सर्वाधिक वर्षा होती है | हिन्द महासागर |
487 | राजस्थान के अक्षांशिय विस्तार के कारण दक्षिण से उत्तर तक तापमान में कितना अंतर होता है ? | 10° C |
488 | राजस्थान की जलवायु का सर्वाधिक प्रमुख लक्षण | उच्च तापमान |
489 | अरावली पर्वतमाला का विस्तार किस दिशा में है | दक्षिण पश्चिम से उत्तर पूर्व |
490 | क्षारीय भूमि का pH | 7 से अधिक |
491 | खेतों में मुख्य फसलों के साथ उगने वाले अवांछित पौधे | खरपतवार |
492 | पीली मिट्टी क्षेत्रों में प्रमुखता से बोई जाने वाली फसल | मूंगफली |
493 | पाला पड़ना | शीत ऋतु में तापमान हिमांक बिंदु से नीचे चला जाता है, जिससे फसलों का नुकसान होता है। |
494 | भूमि कटाव रोकने हेतु प्राथमिक भू-परिष्करण | मेडबन्दी |
495 | शरबत व इत्र बनाने में प्रयुक्त घास | खस घास |
496 | सेवण का वानस्पतिक नाम | लुसियुरूस सीडीकुस |
497 | चिंकारा का वैज्ञानिक नाम | गजेला-गजेला |
498 | गोंद उत्पादन में प्रथम | चौहटन (बाड़मेर) |
499 | चमड़ा साफ करने (टेनिंग) में प्रयुक्त झाड़ी | आंवल |
500 | ‘प्रत्येक बच्चा-एक पेड़’ | यह स्कूली कार्यक्रम 5 वीं पंचवर्षीय योजना में चलाया गया। |